Saturday, 7 September 2019

Country v/s Nation-state: देश बनाम राष्ट्र : भगवत रावत

         Country  v/s Nation - state: देश बनाम राष्ट्र : भगवत रावत 

Hello  readers  !

  Here on  my blog.   This  task given by Dr.Dilip Barad sir.  This blog related  to the one poem  This poem based on     country v/s nation.   About  my view  on this poem  . This poem is very long  but  you  can  easily  understood  this poem.   


☆   About  my  view  on   this poem  : 

  " देश एक राग है "  भगवत रावत   ने  इस कविता  मे  राष्ट्र और  देश    के  बारे मे     वणॅन किया गया है ।  राष्ट्र और देश  में   बहुत  फर्क  होता है ।   पर  आज के  समय  में  ऐसा  लग रहा है कि   राज्य   ही  राष्ट्र बन गया है ।  इस कविता  मे    स्वतंत्र    के    भारत की  बात   का भी  वणॅन  किया गया है ।   जब भारत  और पाकिस्तान के  भाग   पडे तो      अनेक  परिस्थति  का सामना  करना पड़ा ।   आज  भारत   किन  दिशा में  जा रहा है  पता नहीं । क्यु की  आज भी  इतने ही  झगडे  होते हैं ।   भारत   स्वतंत्र  होते हुए  फिर भी  स्वतंत्र नहीं है । इस कविता में  इन सभी  बातों का  उल्लेख किया गया है ।    (https://youtu.be/2m0dTW7p3rk)    इस  विडियो  मे भी   यही  बात  की गई है ।   
    
आज  भी  भारत  स्वतंत्र  होते हुए फिर भी   गरीबी  का सामना  कर रहा है ।  केवल  गरीबी  नहीं  पर दूसरी  अनेक परिस्थति का सामना कर रहा है ।  कितने  लोगो   बलिदान    की सूली  पर  चढ़े हैं ।



This poem written by  Rabindranath Tagore ( Geetanjali).    You can see  the  difference  between    country v/s nation. 


  Thank  you......



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